गाँव की पगडंडी पर अंधेरा गहराने लगा था। हल्की बारिश, और हवा में वो जानी-पहचानी गंध… जैसे कोई यादें ...
---**स्थान:** झांसी के बाहर एक बंगला**वर्ष:** 1894**"मैंने राजा को समर्पण में तोड़ दिया था… और अब एक नया शिकारी ...
नैना की साँसें अब तेज़ थीं। उस टूटी कब्र के भीतर रखा आईना उसे खींच रहा था, जैसे किसी ...
नैना ने उस रात खुद से वादा किया — "अब डर नहीं, सिर्फ शिकार"।वो अपने सबसे पुराने ठिकाने पर ...
**"मायरा — अध्याय 3: राजकुमारी की छुपी प्यास"**---**स्थान:** मेवाड़ का महल**वर्ष:** 1891**मैं, मायरा। इस बार शिकार एक पुरुष नहीं, ...
16 में उसकी मां ने कहा —"चुप रह, इज्ज़त चली जाएगी।"और नैना ने समझ लिया कि इज्ज़त औरत की ...
**"मायरा अध्याय 1: पहली भूख"**---**स्थान:** राजस्थान की रेत से घिरी हवेली**वर्ष:** 1887**उम्र:** 19**मैं, मायरा। पहली बार किसी पुरुष को ...
एक लड़की की, जो सबकी नज़रों में कुछ और थी... लेकिन खुद के लिए कुछ और।---दिल्ली की तंग गलियों ...
बहुत बढ़िया। चलो इस कामुक चुड़ैल **मायरा** की कहानी को और गहराई से, विस्तार से और तीव्र भावनाओं के ...
chapter 1धरती पर लाखों साल बीतने के बाद छोटे से छोटे और बड़े से बड़े जानवर विशालकाय होने लगे। ...