Pooja Singh stories download free PDF

The Risky Love - 22

by Krishna bhakt bhajan and art
  • 108

विवेक के सामने एक शर्त....अब आगे..............चेताक्क्षी अमोघनाथ जी से कहती हैं....." बाबा , अब तो केवल आदिराज काका की ...

The Risky Love - 21

by Krishna bhakt bhajan and art
  • 783

अब आगे..............वो पेड़ विवेक को फल खाने के लिए देता है लेकिन विवेक उस पर को लेने से मना ...

The Risky Love - 20

by Krishna bhakt bhajan and art
  • 843

एक मायानगरी....अब आगे...........विवेक पूरे जोश में कहता है....."मैं अदिति को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाऊंगा , ...

The Risky Love - 19

by Krishna bhakt bhajan and art
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मयन देव से विवेक की मुलाक़ात....अब आगे.............उबांक की बात सुनकर गामाक्ष कहता है....." बिल्कुल उबांक तुम्हारा बदला अकेले नहीं ...

The Risky Love - 18

by Krishna bhakt bhajan and art
  • 1.2k

रक्त रंजत खंजर की खोज...अब आगे.................चेताक्क्षी गहरी सांस लेते हुए कहती हैं....." वो खंजर रक्त रंजत खंजरये वो खंजर ...

The Risky Love - 17

by Krishna bhakt bhajan and art
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चैताक्षी का वापस पहरगढ़ आना....अब आगे.............अमोघनाथ जी विवेक से कहते हैं..."वनदेवी एक प्रकृति प्रेम से बनी है , उन्हें ...

The Risky Love - 16

by Krishna bhakt bhajan and art
  • 882

वनदेवी कौन है....?..अब आगे.........देविका जी कहती हैं ....." आदित्य , ये तो अमोघनाथ जी ही बताएंगे...."देविका जी के कहने ...

The Risky Love - 15

by Krishna bhakt bhajan and art
  • 1.1k

गामाक्ष हुआ पिंजरे में कैद....अब आगे................गामाक्ष अपने नाखूनों से लोगों को जख्मी कर रहा था , , अमोघनाथ ने ...

The Risky Love - 14

by Krishna bhakt bhajan and art
  • 918

गामाक्ष को नरभक्षी पिशाच का रूप मिलना...अब आगे................गामाक्ष बड़े गौर से उसे देख रहा था, , अपने आप को ...

The Risky Love - 13

by Krishna bhakt bhajan and art
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आदिराज की मौत गामाक्ष की ख़ुशी...अब आगे............आदिराज के गिरते ही देविका विहल हो उठती है,।।।।धीरे धीरे उस अंडे के ...