Amreen Khan stories download free PDF

सोने का पिंजरा - 4

by Amreen Khan
  • 156

कमरे में धुंध और सुनहरी रोशनी का मिश्रण फैला हुआ था. पिंजरे की सलाखें अब हल्की- हल्की कांप रही ...

Secrets of The Night

by Amreen Khan
  • 378

ब्लैक कार अपनी पूरी तेज रफ्तार में, खाली और काली सडक पर दौड रही थी. इंजन की गडगडाहट और ...

सोने का पिंजरा - 3

by Amreen Khan
  • 582

सुनहरी रोशनी पिंजरे में हल्की- हल्की हिल रही थी. चारों खडे थे, पर हर किसी की साँसें भारी हो ...

Shadows Of Love

by Amreen Khan
  • (4.7/5)
  • 528

मुंबई की शाम हमेशा किसी फिल्म के सेट जैसी लगती थी. ऊँची बिल्डिंग्स की चमकती खिडकियाँ, गाडियों का लगातार ...

सोने का पिंजरा - 2

by Amreen Khan
  • (5/5)
  • 618

झील का पानी फिर से शांत हो चुका था, लेकिन जेरेफ और आर्यन के दिलों में तूफान उठ रहा ...

चांदनी की चाह

by Amreen Khan
  • 471

गाँव के छोटे से मकान में रहने वाली मीरा बचपन से ही अपने सपनों की दुनिया में जीती थी। ...

सोने का पिंजरा - 1

by Amreen Khan
  • (5/5)
  • 1.5k

अंधेरी रात, बरसते बादल और सूनी सडक. कोने में बैठा एक फटेहाल बूढा आदमी, मैली दाढी, गंदे कपडे, हाथ ...